शुक्रवार, 7 अप्रैल 2023

*जी लो अपनी जिंदगी*

 *जी लो अपनी जिंदगी*


ओरतों के लिए 

पचास का आंकड़ा मतलब  *हाफ सेंचुरी*  बड़ा जादुई होता है,इस वक्त 

एक अलग ख़ूबसूरती होती है इसकी,

तजुर्बे की लकीरें माथे पे होती है,

पर गाल अब भी गुलाबी होते हैं,इनके,

बच्चों से बेफ़िक्री का आलम जरूर होता है,पर फिक्र हर रोज करी जाती है,

खुद के लिए जीने का मन करता है

रंग भरने लगते है इसके अपने सपनों में,

रंगते हुए अपने बालों को, जिंदगी एक अलग  तरह, गुनगुनाती हुई सी  लगती है,, आईना भी अब इसको देखकर  मुस्कुराने लगता है,हाफ सेंचुरी आते आते

 नीला,पीला,चटकीला सब पहनने का मन करता है

 जिम में पसीना बहाते,पसंद का खा आते हैं, जिम जो किया है, ऐसा मन करता है,

 साड़ी, मिनी,गाऊन सब अपने ऊपर पहन कर इठलाने  का  मन करता है,

ये उम्र बहुत कुछ कहती है,

कभी कान में इयरफोन लगाकर गाना गाने को इच्छा होती है,तो कभी किसी ,म्यूजिक पार्टी में हल्का सा ठुमका  लगाने को मन करता है,कभी बच्चो के साथ मस्ती करते हुए बचपन में खो जाने का मन करता है, सुनना कभी तुम भी इन्हें,ध्यान से,

कहते हुए ही सुनोगे,मरने से पहले जी लेना चाहिए,जी लेने दो जिंदगी अब,

मौका मिला है जब इसे न खो  देना चाहिए,न , वैसे सच ये है की

ये दीपक की वो *लौ* की तरह होती है

जो बुझने से पहले पूरा ज़ोर लगा देना चाहती  है

पूरी ताकत से  अपना ज़ोर केवल  खुद पर  आजमाना  चाहती है,

और फ़िर ख़ुशी, ख़ुशी अपनी बची हुई जिंदगी को भरपूर  मस्ती में जीना चाहती है


स्वरचित ✍️

अनिता सुखवाल


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