गुरुवार, 23 मई 2013
"बेटे की आँखे"
"मम्मी! आप दिन भर स्कुल में सर खपाने, और
स्कुल से घर आने में रेल व बस के सफर की
धक्कामुक्की के बाद भी तरोताजा ही लग रही है?"
हा! बेटे! आज स्थानांतर से प्रतिबन्ध जो हट गया!
और मेने तत्काल ही स्थानांतर आवेदन बगी सबमिट
कर दिया! "
"वह! बल्ले! बल्ले! ------
पर मम्मी आवेदन में स्थानांतर चाहने का कारण भी
तो लिखना होता है न!
आपने भला ----- क्या कारण लिखा होगा?"
"कारण ------- इट्स वेरी इजी ------ मेने लिखा --- वर्थ
सास ससुर की देखभाल और सेवा"
"पर मम्मी ------ दादा दादी को तो हम ---- पहले ही
--- छोड़ आये न अनाथाश्रम ----"
"चुप पगले! इस बात को कोंन जानेगा? और फिर
कारण लिखना आजकल कोरी कागजी खानापूर्ति ---
- इच्छित स्थानांतर जा इज कारण से नही 'सेटिंग' से
होते है
तू चिंता न कर, इस बार मेरी सेटिंग की भी पूरी
तेयारी मन से धन से ----------- तन से "
आत्म विश्वास के दर्प से, मम्मी का चेहरा छिलमिला
रहा था पर न जाने क्यू बेटे की आँखे झलक कर झुक
गई थी /
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