बुधवार, 22 मई 2013

माँ ईश्वर का अवतार


तू धरती पर ख़ुदा है माँ !
तू सवेरा ज़ुदा है माँ !
पंछी को छाया देते पेड़ों की डालीहै तू
सूरज से रौशन होते चेहरे की लाली है तू
पौधों को जीवन देती मिट्टी की क्यारी है तू
सबसे अलग सबसे ज़ुदा माँ सबसे न्यारी है तू.
तू रौशनी का ख़ुदा है माँ !
तू सवेरा ज़ुदा है माँ !
सूरज से तपते आँगन में बारिश की बौछार है तू
जीवन के सूने उपवन में कलियों की बहार है तू
खतरों से रक्षा करती सदा खड़ी दीवार है तू
ईश्वर का सबसे प्यारा और सुन्दर अवतार है तू.
तू फरिश्तों की दुआ है माँ !
तू सवेरा ज़ुदा है माँ !

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